ब्याज दर, निकालने का सूत्र, क्या है, कैसे निकाले, निकालने का तरीका, कितने प्रकार के होते है (Interest Rate, Formula, What is Interest Rate, How to Calculate, Right Way to Calculate, Types)
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ब्याज दर (Interest Rate)
जब आप किसी भी प्रकार का लोन लेते है तब आप को ब्याज के साथ लोन को वापिस करना होता है। बैंकिंग संसथान चाहे वो बैंक हो या एनबीऍफ़सी इनका ब्याज से ही लाभ होता है। आपने देखा होगा जब आप फिक्स्ड डिपाजिट या करंट बैलेंस के तौर पर बैंक में पैसा जमा करते है तो आपको एक ब्याज मिलता है और जब आप लोन लेते है तो आपको ज्यादा दर पर ब्याज देना होता है। जमा पर कम ब्याज और लोन पर ज्यादा ब्याज यही बैंक या एनबीऍफ़सी की मूल कमाई का रस्ता है। बैंक या एनबीऍफ़सी जब आरबीआई या दुसरे किसी बैंक से पैसे लेते है तब भी उनको ब्याज देना पड़ता है। यह ब्याज काफी कम होता है।
ब्याज दर निकालने का सूत्र (Interest Rate Formula)
ब्याज दो प्रकार के होते है साधारण ब्याज (Simple Interest)
मिश्रधन = मूलधन x (1 + समय x दर / 100)
चक्रवृद्धि व्याज (Compound Interest)
मिश्रधन = P(1 + r/n)^nt
जहाँ
P = मूलधन (प्रारम्भ में लिया/दिया/जमा किया गया धन)
r = ब्याज की वार्षिक दर (दस प्रतिशत ब्याज दर के लिये r=0.10)
n = एक वर्ष में कुल ब्याज-चक्रों की संख्या t = कुल समय (वर्ष में)
ब्याज दर क्या है (What is Interest Rate)
पैसे उधार लेने पर एक निश्चित दर पर आपको मूलधन के ऊपर पैसे देने होते है। या जब पैसे जमा करते है तब एक निश्चित दर पर आपको मूलधन से अतिरिक्त पैसे मिलते है। इस दर को ब्याज दर कहते है। इस दर को भारतीय रिज़र्व बैंक तय करता है। तय करने के साथ साथ रिज़र्व बैंक महंगाई को नियंत्रित करने के लिए तथा ग्रोथ को बढ़ाने के लिए समय समय पर ब्याज दरों में बदलाव करता है।
ब्याज दर कैसे निकाले (How to Calculate Interest Rate)
ब्याज दर निकालने का फार्मूला
I = P x r x t
जहां
I = ब्याज, P = मूलधन, r = ब्याज दर, t = जितने समय के लिए मूलधन लिया गया है।
ब्याज दर निकालने का तरीका (Right Way to Calculate Interest Rate)
साधारण ब्याज दर निकालने के लिए
मिश्रधन = मूलधन x (1 + समय x दर / 100)
चक्रवृद्धि ब्याज निकालने के लिए
मिश्रधन = P(1 + r/n)^nt
जहाँ
P = मूलधन (प्रारम्भ में लिया/दिया/जमा किया गया धन)
r = ब्याज की वार्षिक दर (दस प्रतिशत ब्याज दर के लिये r=0.10)
n = एक वर्ष में कुल ब्याज-चक्रों की संख्या t = कुल समय (वर्ष में)
ब्याज दर कितने प्रकार के होते है (Types of Interest Rate)
ब्याज दर मूल रूप से दो प्रकार के होते है साधारण ब्याज दर और चक्रवृद्धि ब्याज दर।
इसके आलावा भी जब आप उधार लेते है तब आपको मूल रूप से दो प्रकार के ब्याज दर देखने को मिलते है
- फ्लोटिंग इंटरेस्ट: इसमें जब भी आरबीआई ब्याज दरो में बदलाव करती है तब आपका ब्याज दर बदल जाता है और
- फिक्स्ड इंटरेस्ट: इसमें वर्तमान बाजार में जो ब्याज दर चल रहा है उससे थोड़ा ज्यादा ब्याज चार्ज किया जाता है। इसी ब्याज पर आपको पूरा लोन चुकाना होता है।
FAQ:
Q: ब्याज दर का क्या अर्थ है?
Ans: लोन लेने पर या पैसे जमा रखने पर जिस दर से आपको अरिरिक्त पैसे देने होते है या मिलते है उसे ब्याज दर कहते है।
Q: ब्याज दर कितने प्रकार के होते हैं?
Ans: ब्याज दर दो प्रकार के होते है साधारण और चक्रवृद्धि ब्याज दर। इसमें भी और दो प्रकार के ब्याज दर देखने को मिलते है फ्लोटिंग और फिक्स्ड इंटरेस्ट।
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