भोपाल निवासी कुनाल वेद ने जून 2021 में उनके साथ हुई धोकाधडी की रिपोर्ट की थी भोपाल पुलिस को। इस कंप्लेंट के आधार पर भोपाल साइबर पुलिस ने केस दर्ज किया और जाँच में गुरुग्राम से चल रहे एक कॉल सेंटर चलने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश हुआ और पुलिस ने चार लोगों को पकड़ा।
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कुनाल ने एक लोन एप से लोन लिया था और उसे चूका भी दिया था लेकिन इसके बाद एक अनजान व्यक्ति ने उन्हें कॉल करके लोन नहीं चुकाने की जानकारी देते हुए लोन चुकाने का दवाब डालने लगा। कुनाल के माना करने पर उनके एडिटेड फोटो उनके परिवार के लोगों तक भेजने के धमकी मिलती रही।
दवाब के चलते कुनाल ने 35,000 रूपए दे दिए फिरभी उनके पास कॉल आता रहा और उन्हें और पैसे देने का दवाब बनाते रहे। कुनाल की शिकायत पर पुलिस ने आईपीसि धारा 384 के तहत केस दर्ज कर लिया।
जाँच में गुरुग्राम एक एक कॉल सेंटर की जानकारी सामने आई जहा के आईपी एड्रेस से कॉल आरहे थे। पुलिस की रेड में 70 सिमकार्ड, 15 हार्ड डिस्क, तिन लैपटॉप, एक आईपैड मिले और चार आरोपिओं को पुलिस ने पकड़ा।
कैसे चलरहा था यह काम
गिरोह के लोग एक चाइना मेड सॉफ्टवेयर के इस्तेमाल से लोन के लिए इंटरेस्टेड लोगों को लिंक भेजते थे। लिंक को ओपन करते ही एक मैलवेयर उनके फ़ोन में इनस्टॉल हो जाता था जो फ़ोन के सारे कांटेक्ट चुरा लेता था और जब वो व्यक्ति कही लोन के लिए अप्लाई करते और पेमेंट शुरू करते तो उसकी जानकारी गिरोह तक पहुँच जाती। उसके बाद गिरोह उस व्यक्ति को ब्लैकमेल करने का काम शुरू कर देते।